इजराइल और यूएई में शांति समझौता, अमेरिका ने निभाई अहम भूमिका

वाशिंगटन, सौरव सारसर। इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने अपनी सालों पुरानी दुश्मनी भुलाकर दोस्ती कर ली है। गुरुवार को इजराइल और यूएई के बीच ऐतिहासिक शांति समझौता हुआ है। 13 अगस्त को अबू धाबी के क्रॉउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतनयाहू और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कॉन्फ्रेंस कॉल पर हुई लंबी बातचीत में यह शांति समझौता किया गया। समझौते के तहत इजराइल ने वेस्ट बैंक के बड़े़े इलाकों को अपनेे में मिलाने की योजना को स्थगित कर दिया है। जिससे समझौते से पश्चिम एशिया क्षेत्र में शांति लानेेे में भी मदद मिलेगी। ऐतिहासिक शांति समझौते में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसकी घोषणा खुद डोनाल्ड ट्रंप ट्वीट कर कि है। ट्रंप ने लिखा 'आज बड़ी सफलता! हमारे दो महान मित्रों, इजरायल और संयुक्त अरब अमीरात के बीच ऐतिहासिक शांति समझौता!' 
ट्रंप ने ओवल आफिस से कहा, ‘‘49 वर्षों बाद इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात अपने राजनयिक संबंध सामान्य बनाएंगे। वे अपने दूतावासों और राजदूतों का आदान प्रदान करेंगे और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग शुरू करेंगे जिनमें पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, व्यापार और सुरक्षा शामिल है।’’
तीनों देशों के संयुक्त बयान में कहा गया है कि "राष्ट्रपति ट्रंप, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान, अबू धाबी के क्राउन प्रिंस और यूएई सशस्त्र बलों के उप सुप्रीम कमांडर ने गुरुवार को बात की और इजरायल और यूएई के बीच संबंधों के पूर्ण रूप से सामान्य बनाने सहमति व्यक्त की है। यह ऐतिहासिक कूटनीतिक सफलता पश्चिम एशिया क्षेत्र में शांति को आगे बढ़ाएगी। यह तीनों नेताओं की साहसिक कूटनीति एवं दृष्टि तथा एक नया रास्ता खोलने के संयुक्त अरब अमीरात और इजरायल के साहस को दिखाता है। इससे क्षेत्र में व्यापक संभावनाओं का निर्माण होगा। तीनों देशों ने एक समान चुनौतियों का सामना किया है और आज की ऐतिहासिक उपलब्धि से वे पारस्परिक रूप से लाभान्वित होंगे।" 

संयुक्त बयान के अनुसार इजरायल और यूएई निवेश, पर्यटन, सीधी उड़ानें, सुरक्षा, दूरसंचार, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, स्वास्थ्य, संस्कृति, पर्यावरण, पारस्परिक दूतावासों की स्थापना, और पारस्परिक लाभ के अन्य क्षेत्रों के बारे में भी समझौते करेंगे। ‌
संयुक्त अरब अमीरात और इज़राइल कोरोनोवायरस के लिए एक वैक्सीन के उपचार और विकास के बारे में सहयोग का तुरंत विस्तार करेंगे। एक साथ काम करने से, ये प्रयास पूरे क्षेत्र में मुस्लिम, यहूदी और ईसाई लोगों को बचाने में मदद करेंगे। 
संयुक्त राज्य अमेरिका और इजरायल 28 जनवरी, 2020 को आयोजित व्हाइट हाउस के स्वागत समारोह में संयुक्त अरब अमीरात की उपस्थिति का आभार व्यक्त करते हैं, जिस पर राष्ट्रपति ट्रम्प ने पीस के लिए अपना विजन प्रस्तुत किया, और संयुक्त अरब अमीरात के संबंधित सहायक बयानों के लिए उनकी प्रशंसा व्यक्त की। पार्टियां इस संबंध में अपने प्रयासों को इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष के लिए एक न्यायसंगत, व्यापक और स्थायी समाधान प्राप्त करने के लिए जारी रखेंगी। जैसा कि विज़न फॉर पीस में स्थापित है, सभी मुस्लिम जो शांति में आते हैं, अल अक्सा मस्जिद में जा सकते हैं और प्रार्थना कर सकते हैं, और यरूशलेम के अन्य पवित्र स्थलों को सभी धर्मों के शांतिपूर्ण उपासकों के लिए खुला रहना चाहिए।
प्रधान मंत्री नेतन्याहू और क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने राष्ट्रपति ट्रम्प के क्षेत्र में शांति के लिए समर्पण और इसे हासिल करने के लिए किए गए व्यावहारिक और अद्वितीय दृष्टिकोण के लिए उनकी गहरी प्रशंसा व्यक्त की।
बता दें कि शांति समझौते की घोषणा के साथ यूएई इजरायल के साथ समझौता करने वाला पहला खाड़ी देश बन गया है। इससे पहले इजरायल खाड़ी से दो अरब देशों मिस्र और जॉर्डन से राजनायिक संबंध रखता है।

-TCN News

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